मैं खुद में खो रहा अपनों से दूर हो रहा हूँ…

मेरा देश मेरा क्षेत्र मेरा गाँव मेरा घर रोम रोम अंदर मेरे देते मुझे ये खबर बोल मीठे मधुर जोड़े एक दूसरे को दर बदर सुन के अपने देश के टुकड़े टुकड़े होने की बात घूँट खून का पी अंदर शहर हो रहा हूँ मैं खुद में खो रहा अपनों से दूर हो रहा हूँ...!! …

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आज का पंचतन्त्र : माल्या भागा तब सियासत जागा

किसी गाँव में एक सेठानी रहती थी, जिसका वहाँ बहुत बड़ा रुतबा था। सेठानी बहुत अमीर थी, क्योंकि उसका पति कभी राजा रजवाड़े के खानदान से था और बरसों से गाँव में अपना प्रभुत्व बनाये रखा था। सेठानी और उसके बेटे ने अपने यहाँ एक लकड़ी का पुतला रखा था, जिसे वो गाँव का सरपंच …

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